वह नदी और जंगल मैंने नहीं देखा है


(यह कविता अपने जनपद और आसपास पर अभी लिखी जा रही कविता-श्रृंखला की पहली कविता है।)

उन दिनों जब हम इस शहर के
बाशिंदे बने
तो माँ ने बताया
पहले यहाँ जंगल था
और
कुवानो जंगल के गहरे हरेपन सी
थोड़ी गहरी नदी थी

कई बरस हुए इस शहर में रहते आए
यह सुनते हुए उसके बाद
कई-कई बार
कई-कई लोगों से
जब यहां जंगल थे

जब एक नदी थोड़ी गहरी थी।

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